Ugc Net Current Affairs in Higher education 2024

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Ugc Net Current Affairs 2024- Higher Education (हिंदी में)


NIRF Ranking 2024- क्‍या है NIRF Ranking?

Updated On:  27 Dec 2024 तक 9th NIRF रैंकिंग 2024 ही जारी हुई है. NIRF रैंकिंग प्रणाली भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा 2015 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों का निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन करना है।

रैंकिंग के लिए निम्नलिखित पाँच व्यापक श्रेणियों में संस्थानों का मूल्यांकन किया जाता है:

  1. शिक्षण, शिक्षण और संसाधन (TLR)
  2. अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास (RPC)
  3. स्नातक परिणाम (GO)
  4. आउटरीच और समावेशिता (OI)
  5. धारणा (Perception)

इन मापदंडों के आधार पर, NIRF हर वर्ष विभिन्न श्रेणियों में संस्थानों की रैंकिंग जारी करता है, जिससे छात्रों और अभिभावकों को उच्च शिक्षा के लिए संस्थान चुनने में सहायता मिलती है।

NIRF Ranking List 2024:

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज 12 अगस्त 2024 को सभी श्रेणियों के लिए भारत के टॉप संस्थानों की रैंकिंग घोषित कर दी है।  केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (MoE) ने NIRF (National Institutional Ranking Framework)(राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग 2024 की घोषणा की, जो भारत में उच्च शिक्षा परिदृश्य में अग्रणी संस्थानों की सूची प्रदर्शित करती है।

NIRF 2024 से संबंधित प्रमुख बिंदु क्या हैं?

  • दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज नेपहली बार कॉलेजों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया तथा मिरांडा हाउस का स्थान लिया जो लगातार सात वर्षों से शीर्ष कॉलेज रहा था।
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास:IIT मद्रास ने लगातार ‘समग्र’ श्रेणी में छठे वर्ष और ‘इंजीनियरिंग’ श्रेणी में नौवें वर्ष अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा है। संस्थान ने ‘शोध संस्थानों’ और ‘नवाचारों’ श्रेणियों में भी अपना दूसरा स्थान बरकरार रखा।
  • भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बंगलूरू:IISc बंगलूरू ने लगातार नौवें और चौथे वर्ष क्रमशः ‘विश्वविद्यालयों’ और ‘अनुसंधान संस्थानों’ श्रेणियों में अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा।
  • IIM अहमदाबाद:IIM अहमदाबाद ने लगातार पाँचवें वर्ष ‘प्रबंधन’ श्रेणी में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
  • एम्स (AIIMS), नई दिल्ली:AIIMS, नई दिल्ली लगातार सात वर्षों से ‘चिकित्सा’ श्रेणी में अग्रणी संस्थान बना हुआ है और ‘समग्र’ श्रेणी में इसका स्थान 7वाँ रहा।
  • जामिया हमदर्द:इस वर्ष जामिया हमदर्द ‘फार्मेसी’ श्रेणी में शीर्ष स्थान पर रहा जबकि IIT रुड़की ‘वास्तुकला और योजना’ (Architecture & Planning) में अग्रणी रहा।
    • दिल्ली विश्वविद्यालय (DU):समग्र रैंकिंग के संबंध में DU अपनी पूर्व की 11वीं रैंक में सुधार करते हुए छठे स्थान पर रहा और यह देश के शीर्ष 10 विश्वविद्यालय में पुनः शामिल हुआ।
      • शीर्ष तीन स्थान बनाते हुए सेंट स्टीफंस कॉलेज ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

NIRF 2024 में नवीनतम समावेश:

  • नई श्रेणियाँ:NIRF रैंकिंग के 9वें संस्करण में तीन नई श्रेणियाँ – राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालय (State Public Universities), मुक्त विश्वविद्यालय (Open Universities) और कौशल विश्वविद्यालय (Skill Universities) – शामिल की गईं और NIRF का उपयोग करते हुए एकीकृत “नवाचार” (Innovation) रैंकिंग की गई, जिससे पोर्टफोलियो का विस्तार 16 श्रेणियों और विषय डोमेन तक हो गया।
    • अन्ना विश्वविद्यालयऔर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) क्रमशः नए राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालयों और मुक्त विश्वविद्यालयों की श्रेणियों में शीर्ष पर रहे।
    • सिम्बायोसिस स्किल एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (Symbiosis Skill and Professional University- SSPU),पुणे ने कौशल विश्वविद्यालयों की श्रेणी में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
  • भविष्य को देखते हुए, शिक्षा मंत्रालय NIRF के2025 संस्करण में स्थिरता रैंकिंग के लिये एक नई श्रेणी शुरू करने की योजना बना रहा है, जिसमें पर्यावरणीय स्थिरता, ऊर्जा दक्षता एवं हरित परिसर पहल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के आधार पर संस्थानों का मूल्यांकन किया जाएगा।

NIRF 2024 रैंकिंग

Top 5 कॉलेज: NIRF रैंकिंग 2024

  1. हिंदू कॉलेज, दिल्ली
  2. मिरांडा हाउस, दिल्ली
  3. सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली
  4. राम कृष्ण मिशन विवेकानंद शताब्दी कॉलेज, कोलकाता
  5. आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज, दिल्ली

टॉप 5 इंजीनियरिंग कॉलेज

  1. आईआईटी मद्रास
  2. आईआईटी दिल्ली
  3. आईआईटी बॉम्बे
  4. आईआईटी कानपुर
  5. आईआईटी खड़गपुर

टॉप 5 मैनेजमेंट कॉलेज

  1. आईआईएम अहमदाबाद
  2. आईआईएम बैंगलोर
  3. आईआईएम कोझिकोड
  4. आईआईटी दिल्ली
  5. आईआईएम कलकत्ता

टॉप 5 मेडिकल कॉलेज

  1. AIIMS, नई दिल्ली
  2. पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़
  3. क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर
  4. एनआईएमएचएनएस, बेंगलुरु
  5. जेआईपीजीएमईआर, पुडुचेरी

टॉप 5 लॉ कॉलेज

  1. नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु
  2. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
  3. नाल्सर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, हैदराबाद
  4. वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिडिकल साइंस, कोलकाता
  5. सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, पुणे

Click Here For New Update : https://www.nirfindia.org/Home


All India Survey of Higher Education (AISHE)

Updated on: Updated On:  27 Dec 2024

Click Here For New Update : http://aishe.nic.in/

Note: 29 जनवरी, 2023 को शिक्षा मंत्रालय (MoE) ने ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन (AISHE) 2020-2021 जारी किया। अभी 27 Dec 2024 तक 2020-21 के बाद की रैंकिंग जारी नही हुयी है. 

  • AISHE 2020-21 11वां वार्षिक सर्वेक्षण था और पहला सर्वेक्षण वेब डेटा कैप्चर फॉर्मेट (Web DCF) के माध्यम से पूरी तरह से ऑनलाइन डेटा संग्रह प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किया जा रहा था, जिसे डिपार्टमेंट ऑफ़ हायर एजुकेशन और नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) द्वारा विकसित किया गया था।
  • रिपोर्टgov.in पोर्टल में सूचीबद्ध हायर एजुकेशन इंस्टिटूशन्स (HEIs) द्वारा स्वेच्छा से अपलोड किए गए डेटा पर आधारित है।

ISHE डेटा के प्रमुख बिंदु:

छात्र नामांकन:

सभी नामांकनों (वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार) के लिये सकल नामांकन अनुपात (GER) 2 अंक बढ़कर 27.3 हो गया।

उच्चतम नामांकन स्नातक स्तर पर देखा गया, जो कुल नामांकन का 78.9% था।

उच्च शिक्षा कार्यक्रमों में महिला नामांकन, जो कि वर्ष 2019-20 में 45% था, यह वर्ष 2020-21 में कुल नामांकन का 49% हो गया। परंतु विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) में नामांकन (उच्च शिक्षा के सभी स्तरों पर) के समग्र आँकड़े बताते हैं कि महिलाएँ पुरुषों से पीछे हैं, जिनका इन क्षेत्रों में  56% से अधिक नामांकन हुआ है।

  • लैंगिक समानता सूचकांक (GPI), महिला GER और पुरुष GER अनुपात वर्ष 2017-18 के 1 से बढ़कर वर्ष 2020-21 में05 हो गया है।
  • दिव्यांग जन श्रेणी में छात्रों की संख्या वर्ष 2019-20 के 92,831 से घटकर वर्ष 2020-21 में 79,035 हो गई।
  • उच्च शिक्षा के लिये नामांकन करने वाले मुस्लिम छात्रों का अनुपात वर्ष 2019-20 में5% से गिरकर 2020-21 में 4.6% हो गया।
  • उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान नामांकित छात्रों की संख्या के मामले में शीर्ष 6 राज्य हैं।

विश्वविद्यालय और कॉलेज:

  • वर्ष 2020-21 के दौरान विश्वविद्यालयों की संख्या में 70 की वृद्धि हुई है और कॉलेजों की संख्या में 1,453 की वृद्धि हुई है।
  • वर्ष 2020-21 में4% सरकारी कॉलेजों में कुल नामांकन का 34.5% हिस्सा था, जबकि शेष 65.5% निजी सहायता प्राप्त और निजी गैर-सहायता प्राप्त कॉलेजों में देखा गया था।
  • उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और गुजरात कॉलेजों की संख्या के मामले में शीर्ष 8 राज्य हैं।

संकाय/फैकल्टी:

प्रति 100 पुरुष फैकल्टी पर महिला फैकल्टी का आँकड़ा वर्ष 2014-15 में 63 और 2019-20 में 74 से वर्ष 2020-21 में 75 हो गया है।

भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली से संबंधित वर्तमान प्रमुख मुद्दे:

  • फैकल्टी की कमी: AISHE 2020-21 के अनुसार, छात्रशिक्षक अनुपात सभी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और स्टैंडअलोन संस्थानों के लिये 27:1 था और नियमित मोड संस्थानों में छात्र-शिक्षक अनुपात 24:1 के संदर्भ में पर विचार किया जाए तो शिक्षा की गुणवत्ता चिंता का विषय बनी हुई है।
  • अपर्याप्त बुनियादी ढाँचा: भारत में उच्च शिक्षा के लिये खराब बुनियादी ढाँचा एक और चुनौती है।
    • बजट घाटे, भ्रष्टाचार और निहित स्वार्थ समूह द्वारा पैरवी के कारण भारत में सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के विश्वविद्यालयों में आवश्यक बुनियादी ढाँचे की कमी है।
  • विनियामक मुद्दे: भारतीय उच्च शिक्षा का प्रबंधन जवाबदेही, पारदर्शिता और व्यावसायिकता की कमी जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है।
    • संबद्ध कॉलेजों और छात्रों की संख्या में वृद्धि के परिणामस्वरूप, विश्वविद्यालयों के प्रशासनिक कार्यों का दबाव काफी बढ़ गया है जिससे शिक्षा तथा अनुसंधान पर ध्यान देना कठिन हो रहा है।
  • ब्रेन ड्रेन की समस्या: IIT और IIM जैसे शीर्ष संस्थानों में प्रवेश पाने के लिये गलाकाट प्रतियोगिता के कारण भारत में बड़ी संख्या में छात्रों हेतु एक चुनौतीपूर्ण शैक्षणिक माहौल बना हुआ है, इसलिये वे विदेश जाना पसंद करते हैं, जिसके कारण हमारा देश अच्छी प्रतिभाओं से वंचित हो जाता है।
    • भारत में शिक्षा का मात्रात्मक विस्तार ज़रूर हुआ है लेकिन गुणात्मक पक्ष (एक छात्र को नौकरी पाने के लिये आवश्यक) पिछड़ता जा रहा है।

भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली में सुधार:

  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) का कार्यान्वयन: NEP के कार्यान्वयन से शिक्षा प्रणाली में सुधार हेतु मदद मिल सकती है।
    • नई शिक्षा नीति में वर्तमान में सक्रिय 10+2 के शैक्षिक मॉडल के स्थान पर शैक्षिक पाठ्यक्रम को 5+3+3+4 प्रणाली के आधार पर विभाजित करने की बात कही गई है।
  • शिक्षारोज़गार गलियारा: भारत के शैक्षिक ढाँचे को मुख्यधारा की शिक्षा के साथ व्यावसायिक शिक्षा से एकीकृत कर और स्कूल में (विशेष रूप से सरकारी स्कूलों में) सही मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि छात्रों को शुरू से ही सही दिशा में निर्देशित किया जा सके और वे कॅरियर के अवसरों के बारे में जागरूक हो सकें।
  • अतीत से भविष्य की ओर ध्यान देना: लंबे समय से स्थापित हमारी अतीत को ध्यान में रखते हुए भविष्य पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है।
    • शिक्षा का प्राचीन मूल्यांकन विषयगत ज्ञान की ग्रेडिंग तक ही सीमित नहीं था। इसमें छात्रों द्वारा सीखे गए कौशल ज्ञान का मूल्यांकन किया जाता था कि वे वास्तविक जीवन स्थितियों में व्यावहारिक ज्ञान को कितनी अच्छी तरह लागू कर सकते हैं।
      • आधुनिक शिक्षा प्रणाली भी मूल्यांकन की समान प्रणाली विकसित कर सकती है।

Visitor’s Awards 2019

Note: Till 27 Dec 2024 update in this report.

अलीगढ़ 9 जनवरीः  2024 राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित

भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा 8वें विजिटर अवार्ड के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालयों के शिक्षकों और शोधकर्ताओं से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं, जिसका उद्देश्य अनुसंधान और नवाचार में उनकी उत्कृष्टता को पहचानना और उन्हें उत्कृष्टता की खोज में दुनिया भर से सर्वोत्तम प्रथाएँ अपनाने के लिए प्रेरित करना है।

शिक्षा मंत्रालय द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को भेजी गई एक अधिसूचना में कहा गया है कि उसे 3 श्रेणियोंः नवाचार के लिए विजिटर पुरस्कार, अनुसंधान के लिए विजिटर पुरस्कार (तीन खंडों मेंः मानविकी/कला/सामाजिक विज्ञान, भौतिक विज्ञान और जैविक विज्ञान) और प्रौद्योगिकी विकास के लिए विजिटर पुरस्कार के तहत 8वें विजिटर पुरस्कार के लिए नामों की सूची पुरस्कार विजेताओं के अंतिम चयन के लिए अनुशंसित नाम राष्ट्रपति सचिवालय को प्रेषित करना होगा।

आवेदन की ऑनलाइन फाइलिंग गृह मंत्रालय की एक पहल, राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टलhttp://awards.gov.in पद के माध्यम से 1 जनवरी से शुरू हो गई है और पोर्टल 7 फरवरी, 2024 तक खुला रहेगा।

विजिटर पुरस्कार

केंद्रीय विश्वविद्यालयों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और उत्कृष्टता की खोज में दुनिया भर से सर्वोत्तम प्रयाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करने के लिए 2014 में विज़िटर अवाईस की स्थापना की गई थी। तब से, राष्ट्रपति प्रतिवर्ष विभिन्न श्रेणियों में विजिटर अवार्ड प्राप्त करते हैं।

अनुसंधान के लिए पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे-

  • मानविकी, कला और सामाजिक विज्ञान
  • भौतिक विज्ञान
  • जैविक विज्ञान

•प्रौद्योगिकी विकास।


What is QS World Ranking

क्या है वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग?

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स को ब्रिटिश कंपनी लंदन स्थित क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) ने बुधवार को 2024 के लिए क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग जारी की, जिसमें विश्व सूची के शीर्ष 200 विश्वविद्यालयों में तीन भारतीय संस्थान आईआईएससी बेंगलुरु, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी दिल्ली भी शामिल हैं। क्वाक्वेरेली साइमंड्स (Quacquarelli Symonds) द्वारा हर वर्ष प्रकाशित किया जाता है जिसमें पूरे विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज का 48 विभिन्न विषयों और 5 कंपोजिट फैकल्टी एरियाज के साथ 5 इंडिपेंडेट रीजनल टेबल्स में रैकिंग दी जाती है। वहीं, रैंकिंग करने वाली इस ब्रिटिश कंपनी को उच्च शिक्षा संस्थानों की एनालिसिस में विशेषज्ञ माना जाता है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स विश्व की एकमात्र रैकिंग है जिसे इंटरनेशनल रैंकिंग एक्सपर्ट ग्रुप (आईआरईजी) की मान्यता प्राप्त है।


QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग क्या है?

  • QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंगप्रतिवर्ष क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS) द्वारा जारी की जाती है।
  • इस रैंकिंग में विश्व भर केविश्वविद्यालयों के प्रदर्शन और गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाता है।
  • यह कार्यप्रणालीशैक्षणिक प्रतिष्ठा, संकाय-छात्र अनुपात, नियोक्ता प्रतिष्ठा, स्थिरता, रोज़गार परिणाम, अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क, प्रति संकाय उद्धरण, अंतर्राष्ट्रीय संकाय अनुपात और अंतर्राष्ट्रीय छात्र अनुपात जैसे संकेतकों पर विचार करती है।
  • इसके तहत विषय, क्षेत्र, छात्र शहर, बिज़नेस स्कूल और स्थिरता के आधार पर रैंकिंग प्रदान की जाती है।

QS World University Rankings 2025

नई दिल्ली: ( 4 June 2024) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2025 में देश के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग में खासा सुधार देखने को मिला है। इस बार लिस्ट को देखें तो भारतीय शिक्षा संस्थानों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। 2015 में केवल 11 भारतीय यूनिवर्सिटीज थी। अब इनकी संख्या में 318 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। विश्व के टॉप 150 संस्थानों में भारत की दो IIT को जगह मिली है। आईआईटी बॉम्बे की पिछली रैंकिंग 149 थी, जिसमें 31 पॉइंट का सुधार होते हुए यह 118 रैंक तक पहुंच गई है। आईआईटी दिल्ली ने अपनी रैंकिंग में 47 पॉइंट सुधार करते हुए 150वां स्थान हासिल किया है। आईआईटी दिल्ली पिछली क्यूएस रैंकिंग में 197 नंबर पर थी। दिल्ली यूनिवर्सिटी की रैकिंग में भी काफी अच्छा 79 पॉइंट का सुधार हुआ है। इस बार डीयू को 328वीं रैंक मिली है। हालांकि, क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप 100 में कोई भारतीय संस्थान नहीं है।

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शामिल 46 भारतीय संस्थानों में से ज्यादातर की रैंकिंग बेहतर हुई है। जेएनयू की रैंकिंग 21 पॉइंट बेहतर होकर 580 पर है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया की रैंकिंग भी पहले के मुकाबले बेहतर होकर 851-900 के बीच है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में बिना किसी बदलाव के 1001-1200 तक है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की रैंकिंग भी पिछली बार की तरह इस बार भी 1001-1200 तक है। दिल्ली की आईपी यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में दो पॉइंट का सुधार हुआ है और यह अब 1001-1200 तक है।

आईआईटी अभी भी देश के बेस्ट संस्थान
क्यूएस रैंकिंग में टॉप जगह पर देश की आईआईटी शामिल हैं। आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली के अलावा आईआईटी खड़गपुर को 222वीं रैंक मिली है। आईआईटी मद्रास को 227, आईआईटी कानपुर को 263, आईआईटी रूड़की को 335, आईआईटी गुवाहाटी को 344वीं रैंक मिली है। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस को 211वीं रैंक मिली है और इसमें 14 पॉइंट का सुधार हुआ है। जी20 देशों में भी सबसे तेजी से भारतीय यूनिवर्सिटीज का प्रतिनिधित्व बढ़ रहा है।

एशिया में तीसरे नंबर पर भारत

अगर रैंकिंग में शामिल विभिन्न देशों के संस्थानों की लिस्ट देखें तो भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली प्रतिनिधित्व के मामले में वैश्विक स्तर पर सातवें और एशिया में तीसरे स्थान पर है। एशिया में जापान (49 यूनिवर्सिटी ) और चीन (71 यूनिवर्सिटी ) हैं। क्यूएस ने सस्टेनेबिलिटी और एम्प्लोयबिलिटी को ध्यान में रखते हुए यह रैंकिंग तैयार की है।

टॉप 10 यूनिवर्सिटीज में अमेरिका की MIT नंबर वन

वर्ल्ड की टॉप 10 यूनिवर्सिटीज में अमेरिका की MIT नंबर वन पर है। इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन को दूसरा स्थान मिला है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तीसरे, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी 5वें, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी छठे, स्विस फेडरेरल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी सातवें नंबर पर है। उसके बाद नैशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर, इंग्लैंड की यूसीएल और अमेरिका का कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी है।

QS World Ranking 2024

Qs world ranking is very important for Ugc Net Current Affairs 2024.

क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग 2024 जारी की गई है। इसमें दुनिया के टॉप 500 में भारत से सिर्फ आठ संस्थानों को जगह मिली है। इतना ही नहीं, भारत के बहुप्रतिष्ठित व सर्वश्रेष्ठ कहे जाने वाले आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) की वैश्विक स्तर पर रैंकिंग गिर गई है।

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में आईआईटी बॉम्बे 2020 की तुलना में 20 पायदान नीचे खिसक गया है। भारत के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों को वैश्विक स्तर पर कौन सा स्थान मिला है, यहां बता रहे हैं।

आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay)

भारतीय संस्थानों में आईआईटी बॉम्बे क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग 2024 लिस्ट में पहला है। क्यूएस रैंकिंग 2024 में दुनियाभर में इसे 172वां स्थान मिला है। पिछले साल (QS World University Ranking 2020) यह 152वें स्थान पर था।

आईआईएससी (IISc) – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑप साइंस (IISc), बंगलुरू को इस साल क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में 185वां स्थान मिला है।

आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi)- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (Indian Institute of Technology – IIT Delhi) इस लिस्ट में 193वें पायदान पर है।

  • आईआईटी मद्रास (IIT Madras) – वैश्विक स्तर पर 275वां स्थान
  • आईआईटी खड़गपुर (IIT Kharagpur) – 314वां स्थान
  • आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) – 350वां स्थान
  • आईआईटी रूड़की (IIT Roorkee) – 383वां स्थान
  • आईआईटी गुवाहाटी (IIT Guwahati) – 470वां स्थान

ये रहीं इस साल के टॉप 5 यूनिवर्सिटीज

बता दें कि क्यूएस हर साल वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग जारी करता है। इस साल कुल 1029 यूनिवर्सिटीज की लिस्ट तैयार हुई। इसमें अमेरिका के मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) ने लगातार 9वें साल पहला स्थान हासिल किया है। जबकि स्टैनफर्ड, हावर्ड और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी को क्रमशः दूसरा, तीसरा और चौथा स्थान मिला है। ये सभी अमेरिकी यूनिवर्सिटीज हैं। पांचवां स्थान यूके की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को मिला है।

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को लंबी कवायद के बाद आखिरकार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की धारा 12बी का दर्जा मिल गया है। 12बी में शामिल हो जाने के बाद विश्वविद्यालय यूजीसी से मिलने वाली हर तरह की ग्रांट का हकदार बन गया है। इस सम्बंध में यूजीसी की उपसचिव कुंदला महाजन का पत्र गुरुवार को विश्वविद्यालय प्रशासन को मिल गया।

मान्यता मिलने के बाद विवि रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए यूजीसी से वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकेगा। संगोष्ठी और सम्मेलन के लिए भी यूजीसी से धन मिल सकेगा। यूजीसी की योजनाओं के तहत शिक्षकों और शोध अध्येताओं की नियुक्ति भी हो सकेगी। महिला छात्रावासों के निर्माण और नए अध्ययन केंद्र खोलने में आ रही वित्तीय दिक्कतें दूर हो जाएंगी।


Ugc Net Current Affairs 2024- Higher Education ( English)

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Higher education in India is witnessing a transformative journey marked by reforms, rankings, and strategic initiatives. For UGC NET aspirants, understanding these developments is crucial. This article dives deep into current affairs in higher education 2024, focusing on major rankings, policy changes, and new initiatives that are shaping the academic landscape.


National Institutional Ranking Framework (NIRF)

What is the NIRF Ranking Framework?

The National Institutional Ranking Framework (NIRF) was introduced by the Ministry of Education in 2015 to evaluate higher education institutions in India. It aims to ensure a fair and transparent assessment based on the following five categories:

  1. Teaching, Learning, and Resources (TLR)
  2. Research and Professional Practice (RPC)
  3. Graduation Outcomes (GO)
  4. Outreach and Inclusivity (OI)
  5. Perception

The NIRF rankings help students and parents make informed decisions when selecting institutions for higher studies.

NIRF 2024 Highlights

  • The 9th edition of the NIRF rankings was announced on 12th August 2024 by Education Minister Dharmendra Pradhan.
  • Significant updates include the introduction of three new categories: State Public Universities, Open Universities, and Skill Universities.

Top Performers in NIRF 2024

  • Hindu College, Delhi secured the top spot in the colleges category, dethroning Miranda House after seven consecutive years.
  • IIT Madras maintained its dominance in the “Overall” and “Engineering” categories.
  • Indian Institute of Science (IISc), Bengaluru retained its top position in “Universities” and “Research Institutions” categories.
  • IIM Ahmedabad remained the leader in the “Management” category for the fifth consecutive year.
  • AIIMS New Delhi led the “Medical” category, marking its seventh successive year at the top.

New Additions in NIRF 2024

  • Anna University topped the new State Public Universities category.
  • IGNOU led the Open Universities category.
  • Symbiosis Skill and Professional University, Pune ranked first in the Skill Universities category.

For a comprehensive view, download the NIRF 2024 rankings PDF from the official website.


All India Survey on Higher Education (AISHE) 2020-21 Report

The Ministry of Education released the AISHE 2020-21 report on 29th January 2023. This report is a pivotal resource for understanding trends and statistics in higher education.

Key Highlights

  • Gross Enrollment Ratio (GER): Increased to 27.3%, with undergraduate programs accounting for 78.9% of total enrollment.
  • Gender Parity Index (GPI): Improved from 1.00 in 2017-18 to 1.05 in 2020-21.
  • Faculty Gender Ratio: Female faculty per 100 male faculty rose to 75.
  • Enrollment in STEM: Women lag behind men, who account for 56% of enrollments in STEM fields.

Top States by Enrollment and Colleges

  • Top States by Enrollment: Uttar Pradesh, Maharashtra, Tamil Nadu, Madhya Pradesh, Karnataka, and Rajasthan.
  • Top States by Colleges: Uttar Pradesh, Maharashtra, Karnataka, Rajasthan, Tamil Nadu, Madhya Pradesh, Andhra Pradesh, and Gujarat.

For detailed insights, visit the AISHE portal.


Major Issues in Indian Higher Education

  1. Faculty Shortages: Student-teacher ratios remain imbalanced, raising concerns over educational quality.
  2. Infrastructure Challenges: Budgetary constraints and corruption hinder infrastructure development in many institutions.
  3. Regulatory Overlap: Universities face increasing administrative pressure due to the rising number of affiliated colleges.
  4. Brain Drain: Talented students prefer foreign institutions, leaving domestic universities bereft of top-tier talent.

Initiatives to Improve Higher Education

National Education Policy (NEP)

The implementation of NEP introduces a 5+3+3+4 education model, focusing on skill development and holistic learning.

Education-Employment Integration

The education system is aligning with vocational training and career guidance to improve job readiness among graduates.

Focus on Sustainability

The Ministry of Education plans to introduce a sustainability ranking in NIRF 2025, evaluating institutions on energy efficiency and environmental initiatives.


QS World University Rankings 2025

Overview

The QS World University Rankings by Quacquarelli Symonds assess universities globally based on academic reputation, faculty-student ratio, employer reputation, and more.

Indian Institutions in QS Rankings 2025

  • IIT Bombay: Ranked among the top 150 institutions worldwide.
  • The number of Indian universities in the QS rankings increased to 46, marking a 318% rise since 2015.

For the full list, check the QS official rankings.


Visitor’s Awards 2024

The Visitor’s Awards, established in 2014, promote excellence among central universities. Applications for the 8th Visitor’s Awards are open till 7th February 2024 on the National Awards Portal.

Categories:

  • Research in Humanities, Physical Sciences, and Biological Sciences.
  • Innovation and Technology Development.

Conclusion

The developments in higher education, as reflected in rankings, policies, and surveys, provide valuable insights for UGC NET Paper 1 aspirants. Staying updated with these changes is essential for acing the exam and understanding the dynamics of India’s academic landscape.

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